tag:blogger.com,1999:blog-4258536533184326374.post4915137235459786942..comments2023-10-24T02:27:19.605-07:00Comments on Dreams And You: दिल्ली की बारिश और यादेंMahi Shttp://www.blogger.com/profile/16742224478901211954noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4258536533184326374.post-31188571514100309962013-07-15T02:57:22.813-07:002013-07-15T02:57:22.813-07:00जीए गए पल को फिर से जी लेने की मासूम चाह... आह! वा...जीए गए पल को फिर से जी लेने की मासूम चाह... आह! वाह!<br /><br />वक़्त तो बदलता ही है, लोग भी बदलते हैं... ये कुछ सापेक्षिक सत्य हैं! कभी कुछ सच्चा लगता है तो कभी कुछ, पर कुछ ऐसा भी है, जो कभी नहीं बदलता... और ऐसे ही शाश्वत अंश जीवन को बस चलाये चलते हैं!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4258536533184326374.post-65474764098828353192013-07-15T02:43:57.773-07:002013-07-15T02:43:57.773-07:00अपने साथ वक़्त बीतना कितना कुछ दे जाता है...!
कल ज...अपने साथ वक़्त बीतना कितना कुछ दे जाता है...!<br />कल जो 'आज' जीया गया वो आज मुस्कुरा रहा है:)अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.com