मै हमेशा सोचती थी कि ऊपरवाला सबके लिए जोड़ी भेजता है तो मेरे लिए भी किसी खास को भेजा है। इस खास एहसास के लिए बहुत सारी बातें बुनती, सोचती, मुस्कुराती और मिस्टर राइट का इंतजार करती। एक रात ऊपरवाले ने मुझसे पूछा बोलो तुम्हे क्या चाहिए तुम्हारा मिस्टर राइट या जिंदगी की छोटी-छोटी खुशी? मै सोच में पड़ गई ये कैसा सवाल है? मै भी थोड़ी चालाकी दिखाई, मैने सोचा मिस्टर राइट ही मांगती हूं, मिस्टर राइट साथ होगा तो हर छोटी खुशी को मिल ही जाएगी। मैने ऊपरवाले से कहा मुझे मिस्टर राइट चाहिए। उन्होंने ने भी मुझे मिस्टर राइट दे दिया। लेकिन मिस्टर राइट के साथ इतने साल बिताने के बाद अब पता चलता है कि ये सवाल मुझसे क्यों पूछा गया था।
जब कड़ाके की ठंड में मै शारिक को बोलती हूं शारिक चलो ना रात को वॉक करते हैं तो साहब कहते हैं इतनी ठंड है घर में ही बैठकर कॉफी पीते हैं। मै उत्साहित होकर सुबह चार बजे शारिक को उगता सूरज देखने को कहती हूं तो जवाब आता है तुमने मुझे आज तक कभी आठ बजे सोकर उठते देखा है? तेज झमझमाती बारिश में जब मै सब भूलकर नाचती हूं और उसे आवाज लगाने पर जवाब आता है तुम पागल हो मै नहीं..वापस आओ तबीयत खराब हो जाएगी। कोई बहुत खास दिन होता है मुझे किसी खास सरप्राइज का इंतजार होता है तो साहब को वो खास दिन याद ही नहीं रहता, याद आता है तो सरप्राइज क्या साथ ही चलकर मना लेते हैं खास दिन को.. खैर अब ये बातें मेरी जिंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं। सरप्राइज का इंतजार करके अब मै मुझे न मिलने वाले सरप्राइज से सरप्राइज हो जाती हूं। लेकिन इससे मेरा प्यार कहीं से भी कम नहीं हुआ है.. वो कहते हैं ना हर किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता किसी को जमीं तो किसी को आसमां नहीं मिलता..
जब कड़ाके की ठंड में मै शारिक को बोलती हूं शारिक चलो ना रात को वॉक करते हैं तो साहब कहते हैं इतनी ठंड है घर में ही बैठकर कॉफी पीते हैं। मै उत्साहित होकर सुबह चार बजे शारिक को उगता सूरज देखने को कहती हूं तो जवाब आता है तुमने मुझे आज तक कभी आठ बजे सोकर उठते देखा है? तेज झमझमाती बारिश में जब मै सब भूलकर नाचती हूं और उसे आवाज लगाने पर जवाब आता है तुम पागल हो मै नहीं..वापस आओ तबीयत खराब हो जाएगी। कोई बहुत खास दिन होता है मुझे किसी खास सरप्राइज का इंतजार होता है तो साहब को वो खास दिन याद ही नहीं रहता, याद आता है तो सरप्राइज क्या साथ ही चलकर मना लेते हैं खास दिन को.. खैर अब ये बातें मेरी जिंदगी का हिस्सा बन चुकी हैं। सरप्राइज का इंतजार करके अब मै मुझे न मिलने वाले सरप्राइज से सरप्राइज हो जाती हूं। लेकिन इससे मेरा प्यार कहीं से भी कम नहीं हुआ है.. वो कहते हैं ना हर किसी को मुकम्मल जहां नहीं मिलता किसी को जमीं तो किसी को आसमां नहीं मिलता..
जमीं आसमान मिलते ही कहाँ हैं... क्षितिज पर मिलने वाली बात तो भ्रम ही है न:(
ReplyDeleteफिर भी धरा के लिए गगन का प्यार कभी कम होता है भला:)