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delhi, India
I m a prsn who is positive abt evry aspect of life. There are many thngs I like 2 do, 2 see N 2 experience. I like 2 read,2 write;2 think,2 dream;2 talk, 2 listen. I like to see d sunrise in the mrng, I like 2 see d moonlight at ngt; I like 2 feel the music flowing on my face. I like 2 look at d clouds in the sky with a blank mind, I like 2 do thought exprimnt when I cannot sleep in the middle of the ngt. I like flowers in spring, rain in summer, leaves in autumn, freezy breez in winter. I like 2 be alone. that’s me

Monday, January 2, 2012

वे टू मून : 2

31 दिसंबर : रामगढ़ और भानगढ़ 
way to Ramgarh

my sahab
अब शुक्रवार रात यानी 30 दिसंबर को  सरिसका की बुकिंग की गई। दिल्ली से जाने वाले शारिक के दोनों भाइयों को बोला गया कि वे जयपुर नहीं पहुंचकर अलवर आए, हम भी सुबह यहां से निकलेंगे और रास्ते में मिल जाएंगे। रात को ये प्लान बना हम सो गए... ये क्या? सुबह निकलने के लिए सुबह जब तैयार हुए तो पता चला कि दोनों भाई अभी तक दिल्ली में ही है, दिल्ली जयपुर हाइवे में इतना जाम कि शाम से पहले वो पहुंच ही नहीं सकते। मेरा तो मूड खराब होना शुरू हो गया था। फिर भी हम लोग घर से निकले और उनसे बात करते रहे। आखिर करीब बारह बजे बात साफ हो ही गई कि दोनों किसी भी कीमत पर अलवर टाइम से नहीं  पहुंच पाएंगे।
इतनी प्लानिंग और फोन से मै अब झल्लाने लगी थी।  अब कार साइड में लगाकर हमने सरिसका की बुकिंग कैंसिल की। फिर शारिक ने कहा कोई बात नहीं हम रामगढ़ और भानगढ़ जो कि भूतों की नगरी कहलायी जाती है वहां चलते हैं। हम रामगढ़ और भानगढ़ के रास्ते निकल पड़े। मूड मेरा अब बहुत ज्यादा उखड़ गया था, हम लोग अब रामगढ़ के रास्ते मुड़ गए थे। रास्ते इतने खूबसूरत कि मानों सारी खूबसूरती राजस्थान को ही मिली हो। पहाड़ों के बीच से संकरे रास्ते से हमारी गाड़ी चलती है। इस रास्ते में ढेरों बंदर वहां आने-जाने वाली गाडिय़ों के साथ-साथ चलते हैं, कुछ खाने को दो तो खाते हैं। हम रामगढ़ पहुंचते हैं, गाड़ी से उतरने के बाद पीछे मुड़ते ही बड़ा पहाड़ और वहां से निकलती सूरज की किरण जब चेहरे पर पड़ती है तो मेरा सारा गुस्सा कहीं छू हो जाता है। :) :)
वहां उतरने के बाद खूब सारी फोटोग्राफी हुई, अब मुझे अच्छा लग रहा था, शहरों में रहकर इस तरह की खूबसूरती देखने को ही नहीं मिलती है। मै बहुत खुश थी, साल के आखिरी दिन हम इस तरह राजस्थान की खूबसूरती देखने के लिए निकले थे।

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